Monday, 20 February 2017

बंद करो

मैं करता हूँ तुमसे मोहब्बत,
अब खुद को सताना बंद करो !
देता हूँ खूने दिल तुम्हे,
हाथों में मेहंदी रचाना बंद करो !!
जो हुये हैं गीले सिकवे ,
उनका इल्जाम लगाना बंद करो !
मुझसे बात करने का अब,
अपना अंदाज पुराना बंद करो !!
मुझसे यूँ ही रूठकर अब,
आंसुओं को बहाना बंद करो !
जरा चैन से सोने भी दो,
अब सपनों में आना बंद करो !!
मेरे साथ ही रहकर अब,
मुझको रुलाना अब बंद करो !
जिन बातों से चोट लगे,
उन शब्दों को लाना बंद करो !!
मेरी मोहब्बत है सच्ची,
मुझको आजमाना बंद करो !
इस भीड़ भरे चौराहों में,
अब आँख मिलाना बंद करो !!
दोस्तों की बातें करके,
मुझको जलाना अब बंद करो !
जब हाथ से हाथ मिले,
तो हाथ दबाना अब बंद करो !!

Monday, 13 February 2017

नहीं हो तुम

हर आग को बुझा दे वो पानी नहीं हो तुम ,
जो हमेसा याद रहे वो कहानी नहीं हो तुम !
अभी तक न जाने कितने आये और चले गये ,
जो मुझे मदहोश कर दे वो जवानी नहीं हो तुम !!
वक्त के साथ जो बदल दे वो रवानी नहीं हो तुम,
मेरे दिल में बसने वाली भी रानी नहीं हो तुम !
वक्त है जरा मेरी बातों को समझ भी लेना ,
किसी तख़्त पे बैठने वाली महारानी नहीं हो तुम !!
जो मुझे पसंद आये वो बिरयानी नहीं हो तुम,
जो जकड़ के मुझे रोक ले वो हिमानी नहीं हो तुम!
वक्त की लाठी में आवाज कहा होती है  ,
इस बात को समझने वाली आडवाणी नहीं हो तुम !!

Saturday, 11 February 2017

अगर लहरें तेज हैं तो भरोसा तू मुझपे रख,
हम अपनी कश्ती को उसी ओर मोड़ देंगें !
एक बार गले लगकर मेरी धड़कन तो सुन ले,
फिर लौटने का इरादा हम तुम पे छोड़ देंगें !!
💞💞
#Happy_Hug_Day

Thursday, 9 February 2017

मुश्किलों में साथ छोड़ना मुझे नहीं आता,
कोई वादा करके मुकरना मुझे नहीं आता !
वक्त के साथ भूल जाते हैं लोग यादों को,
पर इन यादों को भूलना मुझे नहीं आता !!
💞💞
#Happy_Promise_Day

Wednesday, 8 February 2017

तुझसे रोज बात करना तो एक बहाना है,
एक चॉकलेट देके मुझे तेरे दिल में आना है !!
#Happy_Chocolate_Day
💞💞

Monday, 6 February 2017

मैं अपने प्यार का तुझे किस तरह हिसाब दूँ,
अब एक गुलाब को दूसरा कौन सा गुलाब दूँ !!
#Happy_Rose_Day
💞

Friday, 3 February 2017

बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ




जिम्मेंदारी को जब उसने महसूस किया तो,
ऑटो रिक्शा भी चलाने लगती हैं वो !
पढ़ लिख के सक्षम होकर के वो अब,
अंतरिक्ष में वायुयान उड़ाने लगती हैं वो !!
कितने उदाहरण देखेंगे आप अब क्योकि,
हर क्षेत्र में सकती आजमाने लगी हैं वो !
पति की शहादत पे अर्थी को कांधा दे,
सुना हैं शमशान तक जाने लगी हैं वो !!
समस्त बाधाओं को वो हरती क्यों हैं,
कुछ बोलने से पहले वो डरती क्यों हैं !
प्रश्न ये ज्वलनशील है सबके सामने ये,
जन्म लेने से पहले कोख में मरती क्यों हैं !!

बतला दो

अब तुम्हारी याद आती है,भूलूं कैसे ये बतला दो,
तुम मेरी हो नहीं सकती,समझूँ कैसे ये बतला दो!
वो सपना जो देखा समझा हूँ तेरे साथ रहकर मैं,
हकीकत में नामुमकिन हैं यही मुझको बतला दो!!