Friday, 17 March 2017

शहीद

जब जब भारत के इतिहास के पन्ने पलटे जायेंगे,
भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरु के नाम भी लिए जायेंगे !
ये वो हैं जिन्होंने अंग्रेजों की ईंट से ईंट बजा दी थी,
भारत माँ के लिये अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी !!
माह सितंबर पंजाब में एक वीर ने जन्म लिया था,
अंग्रेजों के अत्याचारों का बोझ उसने कम किया था !
अंग्रेजों के साथ इन्होंने खून की होली खेली थी,
भारत माता की जय हो ये ही उनकी तब बोली थी !!
सुखदेव,आजाद,राजगुरु का भी इनको साथ मिला,
इनके प्रयासों से ही भारत में एक नया कमल खिला !
ऐसे वीरों की मैं अब चलो फिर से कहानी सुनाता हूँ ,
बुझी हुई देशभक्ति की फिर मैं से लौ जलाता हूँ !!
शहीद दिवस पे चलो मिलके आज हम उन्हें याद करें,
जो पाके हमने खो दिया चलो अब उनका ध्यान करें !
ऐसे वीरों को मैं हरदम शत शत नमन करता हूँ ,
क्या है अब मेरे दिल में मैं उसको अब लिखता हूँ !!
जब भी जनम मिले मुझे भारत वतन मिले,
हो फूल भांति भांति को ऐसा चमन मिले !
इस मातृभूमि पर मेरा तन मन निसार हो,
मरने के बाद मुझको तिरंगा कफन मिले !! 

Thursday, 9 March 2017

हर तरफ काँटों का जाल बिखरा है ,
उसे बचना हो तो कह दो साथ में रहे !
सज धज के आयी है आज महबूबा मेरी,
चाँद को कह दो अपनी औकात में रहे !!

Monday, 20 February 2017

बंद करो

मैं करता हूँ तुमसे मोहब्बत,
अब खुद को सताना बंद करो !
देता हूँ खूने दिल तुम्हे,
हाथों में मेहंदी रचाना बंद करो !!
जो हुये हैं गीले सिकवे ,
उनका इल्जाम लगाना बंद करो !
मुझसे बात करने का अब,
अपना अंदाज पुराना बंद करो !!
मुझसे यूँ ही रूठकर अब,
आंसुओं को बहाना बंद करो !
जरा चैन से सोने भी दो,
अब सपनों में आना बंद करो !!
मेरे साथ ही रहकर अब,
मुझको रुलाना अब बंद करो !
जिन बातों से चोट लगे,
उन शब्दों को लाना बंद करो !!
मेरी मोहब्बत है सच्ची,
मुझको आजमाना बंद करो !
इस भीड़ भरे चौराहों में,
अब आँख मिलाना बंद करो !!
दोस्तों की बातें करके,
मुझको जलाना अब बंद करो !
जब हाथ से हाथ मिले,
तो हाथ दबाना अब बंद करो !!

Monday, 13 February 2017

नहीं हो तुम

हर आग को बुझा दे वो पानी नहीं हो तुम ,
जो हमेसा याद रहे वो कहानी नहीं हो तुम !
अभी तक न जाने कितने आये और चले गये ,
जो मुझे मदहोश कर दे वो जवानी नहीं हो तुम !!
वक्त के साथ जो बदल दे वो रवानी नहीं हो तुम,
मेरे दिल में बसने वाली भी रानी नहीं हो तुम !
वक्त है जरा मेरी बातों को समझ भी लेना ,
किसी तख़्त पे बैठने वाली महारानी नहीं हो तुम !!
जो मुझे पसंद आये वो बिरयानी नहीं हो तुम,
जो जकड़ के मुझे रोक ले वो हिमानी नहीं हो तुम!
वक्त की लाठी में आवाज कहा होती है  ,
इस बात को समझने वाली आडवाणी नहीं हो तुम !!

Saturday, 11 February 2017

अगर लहरें तेज हैं तो भरोसा तू मुझपे रख,
हम अपनी कश्ती को उसी ओर मोड़ देंगें !
एक बार गले लगकर मेरी धड़कन तो सुन ले,
फिर लौटने का इरादा हम तुम पे छोड़ देंगें !!
💞💞
#Happy_Hug_Day

Thursday, 9 February 2017

मुश्किलों में साथ छोड़ना मुझे नहीं आता,
कोई वादा करके मुकरना मुझे नहीं आता !
वक्त के साथ भूल जाते हैं लोग यादों को,
पर इन यादों को भूलना मुझे नहीं आता !!
💞💞
#Happy_Promise_Day

Wednesday, 8 February 2017

तुझसे रोज बात करना तो एक बहाना है,
एक चॉकलेट देके मुझे तेरे दिल में आना है !!
#Happy_Chocolate_Day
💞💞

Monday, 6 February 2017

मैं अपने प्यार का तुझे किस तरह हिसाब दूँ,
अब एक गुलाब को दूसरा कौन सा गुलाब दूँ !!
#Happy_Rose_Day
💞

Friday, 3 February 2017

बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ




जिम्मेंदारी को जब उसने महसूस किया तो,
ऑटो रिक्शा भी चलाने लगती हैं वो !
पढ़ लिख के सक्षम होकर के वो अब,
अंतरिक्ष में वायुयान उड़ाने लगती हैं वो !!
कितने उदाहरण देखेंगे आप अब क्योकि,
हर क्षेत्र में सकती आजमाने लगी हैं वो !
पति की शहादत पे अर्थी को कांधा दे,
सुना हैं शमशान तक जाने लगी हैं वो !!
समस्त बाधाओं को वो हरती क्यों हैं,
कुछ बोलने से पहले वो डरती क्यों हैं !
प्रश्न ये ज्वलनशील है सबके सामने ये,
जन्म लेने से पहले कोख में मरती क्यों हैं !!

बतला दो

अब तुम्हारी याद आती है,भूलूं कैसे ये बतला दो,
तुम मेरी हो नहीं सकती,समझूँ कैसे ये बतला दो!
वो सपना जो देखा समझा हूँ तेरे साथ रहकर मैं,
हकीकत में नामुमकिन हैं यही मुझको बतला दो!! 

Thursday, 26 January 2017

पागल

किसी के जुल्फ का उठता हुआ बादल बुलाता है,
अब तुम्हारी याद में खोकर कोई पागल बुलाता है !
चले आये हो जब से छोड़कर तन्हा किसी को तुम,
अब उसके आँख का निकलता काजल बुलाता है !!

Wednesday, 18 January 2017

शायर

हमारी खामोशियों का प्यार एक हिस्सा है,
जो कभी खत्म न हो वो तेरा मेरा किस्सा है!
तेरे जज्बातों ने ही मुझको कायर बना डाला,
तुझे पाने की जिद ने मुझे शायर बना डाला !!
इस अजब सी भीड़ में मुझे यूँ पुकारा न करो,
जरा जज्बात को समझो यूँ किनारा न करो !
कुछ बातें बोल के ही समझाई जा सकती है,
उन्हें कहने के लिये यूँ आँखों से इशारा न करो !!

Tuesday, 17 January 2017

बचपन

जो बेबसी देख रहे हैं हम आज उनके चेहरो में ,
वो ढूंढेंगे दो वक्त की रोटी कूड़े पड़े जो शहरों में !
जात,पात,दुनियादारी उन्हें इन सबसे मतलब क्या,
पेट की आग बुझाने को वो चल पड़ते हैं अंधेरों में !!
शिक्षा,प्यार,खिलौना आदि ये शब्द वो जाने भी कैसे,
जिनकी जिंदगी बीत जाती है इन कूड़ों की ढेरों में !!
जिंदगी उनकी भी सुधरनी चाहिये ये सच तब होगा,
उन्हें अपना बचपन मिल जाये एक नए से सवेरों में !! 

Monday, 16 January 2017

चलो चलकर फिर उसी जगह,
नये रिश्तों की शुरुआत करें !
दो आँखें तेरी दो मेरी हों ,
आओ मिलके आँखे चार करें!!

Sunday, 15 January 2017

जितना व्यस्त रखना है रख लो खुद को ,
नहीं तो मेरी यादें तुम्हे सब कुछ भुला देंगी !
नफरत करनी हो तो जरा दिल को मजबूत रखना  ,
नहीं तो मेरी खामोशियाँ भी तुम्हे रुला देंगीं !!
गम के इन आसुओं का निकलना बहोत जरुरी था,
तन्हाइयों में मेरा तुझसे अब मिलना बहोत जरुरी था !
मिटाने थे वो गिले सिकवे हुए हम दोनों के दरम्यान,
इस पत्थर से दिल का भी पिघलना बहोत जरुरी था !!

Saturday, 14 January 2017

                               मेरी अधूरी प्रेम कहानी 

हजारों वजह है तेरे पास मुझसे दूर जाने की ,
एक वजह मुझे भी दे दो अपने पास आने की !
वादा है मेरा की कभी आपको रोने दूंगा ,
कोई भी खुशियां आपसे कभी खोने दूंगा !!
एक  बार   गयी  तो  फिर जा पाओगी ,
वादा है मेरा अब कभी मुझे भुला पाओगी !
प्यार मिलेगा इस कदर अंदाजा भी होगा तुम्हे ,
इसलिए चाहकर भी मुझे तुम रुला पाओगी !!
मिला मैं जब तुमसे पहली बार उस चाय की दूकान पे 
चाह के भी वो शब्द ला पाया अपनी इस जुबान पे !
तेरी सादगी ने मेरा मन कुछ इस कदर मोह लिया,
मैं तो नहीं था तेरे सामने कुछ अच्छे से मुकाम पे !!
देखके तुमको पहली बार अपना दिल हार गया था मैं,
देखने तुमको बॉटनी डिपार्टमेंट कितनी बार गया था मैं !
क्लास छूटना मेरा मुझको खुद भी पता चलता था ,
तुझको देखकर ऐसा लगता कोई बाज़ी मार गया था मैं!!
याद करो वो पहली मैगी जब मैं तुमसे लेने आया था,
शायद ख़ुशी के मारे पूरी रात मैं भी सो पाया था !
उस दिन मुझको ऐसा लगा मेरे स्वपन को पंख मिला,
अब सोचकर ऐसा लगता है वो सब मोह माया था !
शायद मुझे उस वक़्त तेरा साथ चाहिए था ,
गर कभी गिर जाऊं तो तेरा हाथ चाहिए था !
तेरे आँखों की गहराई में डूबा था मगर फिर भी ,
जो कभी खत्म हो मुझे वो बात चाहिए था !!
याद है मुझको पहली बार जब गिफ्ट लेके तुम आयी थी ,
जाने क्यों ऐसा लगा की मुझे देख मुस्कुराई थी !
साथ तेरे मैं जायका रेस्ट्रो वाली सीट पे बैठा था जब ,
सोचता हूँ अब मैं वो सच थी या अंगड़ाई थी !!
बात बहोत करनी थी मुझको पर समय तुरंत खत्म हो गया ,
तेरी जादूभरी निगहाओं में उस वक़्त जाने कब मैं खो गया !
तेरी मखमली बातों का जाने कैसा मुझपे असर हुआ ,
पता भी चला मुझे उस वक़्त कब जागते हुए मैं सो गया !!
वो समय भी जल्द आया जब तुम वापस जाने वाली थी ,
कैसे बोलूं कुछ भी मैं मेरे आँखों की  तुम रखवाली थी !
सोचता था तुमको सच बोल भी दूँ पर मैं तब डरता था ,
मन  में बैचैनी उठने की उस वक़्त ये ही सवाली थी !!
गिफ्ट लेके तेरा मैं जब पंहुचा अपने कमरे में ,
एक प्रकाशित पुंज उठा मेरे मन के अँधेरे में !
मन में एक बात भी थी वो दिन भी शायद आएगा ,
मैं भी पंछी बन जाऊंगा एक नये से सबेरे में !!
हमारी दोस्ती की बातें मेरे हॉस्टल में फैली थी तब ,
लगे मेरे दोस्त पूछने भाई तेरी फ्रेंडशिप हुई थी कब !
मेरे दोस्तों का मजाक आपके दोस्त को बहोत बुरा लगा ,
याद करो वो भी दिन तुमने मुझे समझाया था जब !!
तेरी बातों का मुझपे जाने कैसा असर हो गया ,
यही सोचते सोचते मुझे भोर से दोपहर हो गया !
मेरी क्या गलती थी उस वक़्त समझ पाया था ,
मेरे स्वपन का था महल वो भी अब खंडहर हो गया !!
कैसे भूल जाता मैं तुमको मेरे मन में तुम होती थी ,
ऐसा लगता था मुझको मेरे सपनो के संग सोती थी !
मेरे मन में विचारों की कुछ ऐसी आंधियां उठती थीं ,
ऐसा लगता था मुझको तब मेरे रोने से तुम रोती थी !!
खैर जैसे तैसे करके मैं एमएससी पास कर गया ,
दिल में जो बात थी वो अब तक राज रह गया !
भूलना तुमको नामुमकिन फिर भी कोशिश करता था,
मेरे मन की बात मुझे उठता हुआ साज कह गया !!
बहोत शांत रहता था मैं पर मेरी सिसकियाँ कह जाती थीं ,
द्वार बंद रहते थे तब फिर भी खिड़कियां कह जाती थीं !
पसंद मुझे करती हो या नहीं उसका उत्तर मिला था तब ,
होंठ खामोश रहते थे तब पर मेरी हिचकियाँ कह जाती थीं !!
अब मुझे क्यों ऐसा लगता की मेरा हाल जानोगी तुम ,
क्या है अब मेरे दिल में उसको अब पहचानोगी तुम !
किसी के कुछ कहने से ही सच ही  हो जाता है ,
अपने अनुभव से शायद मुझे अपना मानोगी तुम !!
मेरे दिल में तेरे लिए एक ही आवाज आती है ,
स्वीटी सदा खुश रहे वो भी ये ही चाहती है !
तेरे एक मुस्कान पे मैं भी कहीं खो जाता हूँ ,
तेरा वो एक शब्द इसे बहोत चोट पहुचाती है !!
मुझे क्यों ऐसा लगता की मेरा हाल जानोगी तुम,
क्या है अब मेरे दिल में उसे पहचानोगी तुम !
किसी के कुछ कहने से सच ही न हो जाता है ,
अपने अनुभव से शायद मुझे अपना मानोगी तुम !!
हाल ही में दिया तेरा कार्ड मेरे मन को भा गया है ,
मन में उन विचारों का फिर से बादल छा गया है !
कुछ तो चाहत भी छुपी है तेरे दिल के कोने में ,
ऐसा क्यों लगता हैं मुझपे तेरा दिल भी आ गया है !!
बात चाहे जो भी हो मेरे दिल में सदा रहोगी तुम ,
कोई भी समस्या आ जाये मुझसे सदा कहोगी तुम !
जीवन में कभी रोना नहीं इसका वादा करो मुझसे ,
यूँ गंगाजल की तरह अनवरत बहती रहोगी तुम !!
मेरी बातों को दिल पे मत लेना उसको भूल जाना तुम,
एक  बहका पंछी था ऐसा अपने दिल को समझाना तुम !
गर कभी मिल जाऊं किसी मोड़ पे अपनी इन यादों के साथ,
एक सच्चा दोस्त था मेरा ऐसा अपने उनसे कह जाना तुम !!