प्यार वाली बातें अब पुरानी हो चली थी,
एक बीते से पल की कहानी हो चली थी ।
निभाते-निभाते दोस्ती वो रूठी मुझसे ऐसे,
की दुश्मनी भी अब खानदानी हो चली थी ।।
जिंदगी जी रहे थे हम खामोशी से अब तो,
बेमतलब की अब ये जवानी हो चली थी ।
जो खुद्दार थे अपनी ईमानदारी को लेकर,
उससे मशहूर अब बेईमानी हो चली थी ।।
No comments:
Post a Comment